Sunday 4 January 2015

आशीर्वचन जागर



आशीर्वचन जागर
यूँको राज राखी देवता
यूँका माथा भाग दे देवता
यूँका बेटा -बेटी राज रखी देवता
यूँका कुल की जोत जगै देवता
यूँका खजाना जस दे देवता
यूँका डंड़याळी भरीं रै देवता
यूँका साग सगवाड़ी रोज रै देवता
नाज का कुठार दे देवता
धन का भण्डार दे देवता

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