Showing posts with label श्री बटुक-बलि-मन्त्र. Show all posts
Showing posts with label श्री बटुक-बलि-मन्त्र. Show all posts

Wednesday, 15 September 2021

श्री बटुक-बलि-मन्त्र

श्री बटुक-बलि-मन्त्र-
घर के बाहर दरवाजे के बायीं ओर दो लौंग तथा गुड़ की डली रखें । निम्न तीनों में से किसी एक मन्त्र का उच्चारण करें -
१॰ “ॐ ॐ ॐ एह्येहि देवी-पुत्र, श्री मदापद्धुद्धारण-बटुक-भैरव-नाथ, सर्व-विघ्नान् नाशय नाशय, इमं स्तोत्र-पाठ-पूजनं सफलं कुरु कुरु सर्वोपचार-सहितं बलि मिमं गृह्ण गृह्ण स्वाहा, एष बलिर्वं बटुक-भैरवाय नमः।”
२॰ “ॐ ह्रीं वं एह्येहि देवी-पुत्र, श्री मदापद्धुद्धारक-बटुक-भैरव-नाथ कपिल-जटा-भारभासुर ज्वलत्पिंगल-नेत्र सर्व-कार्य-साधक मद्-दत्तमिमं यथोपनीतं बलिं गृह्ण् मम् कर्माणि साधय साधय सर्वमनोरथान् पूरय पूरय सर्वशत्रून् संहारय ते नमः वं ह्रीं ॐ ।।”
३॰ “ॐ बलि-दानेन सन्तुष्टो, बटुकः सर्व-सिद्धिदः।
रक्षां करोतु मे नित्यं, भूत-वेताल-सेवितः।।”.

चौंतीसा यंत्र या 34

 चौंतीसा यंत्र या 34 यंत्र एक जादुई वर्ग (मैजिक स्क्वायर) है जिसमें संख्याओं का योग किसी भी दिशा (आड़ी, खड़ी या विकर्ण) में करने पर 34 आता ह...