Tuesday, 16 April 2019

शरभ उपनिषद उपासना । शिवस्वरूप शरभावतार की उपासना करने से व्यक्ति को मनोवांच्छित शक्तियों की प्राप्ति होती है. भगवान रूद्र ही काम क्रोध को नष्ट करके विकारों का शमन करते हैं, रुद्र जिन्होंने ब्रह्मा का पांचवां सिर नष्ट करके उन्हें मुक्त किया. भगवान रुद्र को नमस्कार जो काल के भय को दूर करते हैं, जिनके भय से मृत्यु को भी भय लगता है, जिन्होंने विष को ग्रहण करके ब्रह्माण को जीवन दिया उन रूद्र को शत शत नमन है. भगवान शिव जिन्हें विष्णु भगवान ने पूजा और उनसे चक्र प्राप्त किया, जो समस्त दुखों को दूर करते हैं, जो आत्मा के रूप में प्राणियों के हृदय में समाए हुए हैं, वही सबसे बड़े हैं. रुद्र अपने हाथ में त्रिशूल थामे सभी को आशीर्वाद देते नजर आते हैं.

No comments:

दुर्गा सप्तशती पाठ विधि

  दुर्गा सप्तशती दुर्गा सप्तशती पाठ विधि पूजनकर्ता स्नान करके, आसन शुद्धि की क्रिया सम्पन्न करके, शुद्ध आसन पर बैठ जाएँ। माथे पर अपनी पसंद क...