Wednesday, 22 January 2025

भैरवजी को काशी_के_कोतवाल माना जाता है।


 भैरवजी को काशी_के_कोतवाल माना जाता है। मार्गशीर्ष कृष्ण अष्टमी के दिन भगवान महादेव ने कालभैरव के रूप में अवतार लिया था। कालभैरव भगवान महादेव का अत्यंत ही  रौद्र, भयाक्रांत, वीभत्स, विकराल प्रचंड स्वरूप है।
भैरवबाबा के 12 स्वरुप है जिनमें से 8 स्वरुप को उग्र तथा शेष को सौम्य माना गया है। तेल का दीपक लगा कर एवं  कपित्थ फल ( कैथ/कोठा) उसमें गुड़ और भुना जीरा भर भोग रखें इनकी उपासना आपके सभी दुखों-कष्टों को दूर करने में फलदायी मानी गयी है इसके अतरिक्त भैरव जी के 108 नाम का प्रतिदिन जप करने से घर से हर प्रकार का अनिष्ट दूर होने लगते हैं। आप चाहें तो काली मिर्च और लौंग से मंत्र में स्वाहा लगा कर हवन भी कर सकते हैं।
जैसे:- ॐ ह्रीं भैरवाय स्वाहा। घर से नकारात्मक शक्तियाँ प्रभावहीन होने लगती हैं।

No comments:

चौंतीसा यंत्र या 34

 चौंतीसा यंत्र या 34 यंत्र एक जादुई वर्ग (मैजिक स्क्वायर) है जिसमें संख्याओं का योग किसी भी दिशा (आड़ी, खड़ी या विकर्ण) में करने पर 34 आता ह...