Tuesday, 16 April 2019

सरल तंत्र साधना .. आपकेलिए ही .. मंत्रो का एक अपना ही संसार हैं ऐसे ऐसे मंत्र आपको प्राप्त हो सकते हैं .. की आप को विश्वास भी नहीं होगा की यह भी संभव है या इन कार्यों के लिए भी मन्त्र दिए हुए हैं . मंत्र पर विश्वास अविश्वास की बात नहीं .. बल्कि उन्हें परखने का भाव होना चहिये और फिर अगर कुछ कमी पाई जाती हैं उनके परिणाम की ...... तो उन कारणों पर विचार किसी योग्य से करे ...... न की पूरे मंत्र या साधना क्षेत्र को ही एक आप अपना प्रमाण पत्र जारी कर दे .. सूर्य की तेजस्विता से कोन नहीं वाकिफ होगा . प्रत्यक्ष देव जो हमारे सामने हैं उनकी प्रखरता को किसी के प्रमाण की जरुरत नहीं हैं .अगर वह प्रखरता आपके व्यक्तिव्य में आ जाये तो ... फिर क्या बात हैं.. जब भी किसी से बात चित करने जाना हो तो इस मंत्र का १०८ बार उच्चारण करके जाए . अप पाएंगे सामने वाला आपकी बातों के प्रति अब और ज्यादा सहयोगी रुख अपनाएगा .. और आप कहीं ज्यादा सफलता का अनुभव करेंगे ..बस कोई और विधान नहीं हैं. मंत्र जप ही पर्याप्त हैं .. मंत्र : ॐ धं काली काली स्वाहा

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नवदुर्गोपनिषत् उक्तं चाथर्वणरहस्ये ।

  नवदुर्गोपनिषत् उक्तं चाथर्वणरहस्ये । विनियोगः- ॐ अस्य श्रीनवदुर्गामहामन्त्रस्य किरातरुपधर ईश्वर ऋषिः, अनुष्टुप् छन्दः, अन्तर्यामी नारायणः ...