Tuesday, 16 April 2019

तलिस्मान का मतलब होता है भाग्यवर्धक वस्तुयें। जिस प्रकार से प्रकृति ने बीमारियां प्रदान की है,उसी प्रकार से प्रकृति ने बीमारियों के निवारण के लिये दवाइयां भी प्रदान की हैं। उसी प्रकार से प्रकृति ने दुर्भाग्य पैदा किया है तो सौभाग्य को देने के लिये संसार में वस्तुयें और जीवों की भी रचना की है। बीमारियों का पता जैसे एक डाक्टर अपनी विद्या के अनुसार लगा लिया करता है उसी प्रकार से दुर्भाग्य का पता एक ज्योतिषी अपनी विद्या के द्वारा पता कर लेता है,डाक्टर को सांइस ने भौतिक द्रष्टा होने के कारण डिग्री दी है लेकिन ज्योतिष को भौतिक द्र्ष्टा नही होने के कारण डिग्री नही दी है,ज्योतिष का ज्ञान केवल व्यवहारिक ज्ञान होता है,जिस प्रकार से मनुष्य ने अपनी प्रकृति को प्राचीन काल से लेकर आज तक के समय में बदल लिया है,उसी प्रकार से ज्योतिष ने अपना रूप भी मनुष्य के अनुसार बदल लिया है।

No comments:

दुर्गा सप्तशती पाठ विधि

  दुर्गा सप्तशती दुर्गा सप्तशती पाठ विधि पूजनकर्ता स्नान करके, आसन शुद्धि की क्रिया सम्पन्न करके, शुद्ध आसन पर बैठ जाएँ। माथे पर अपनी पसंद क...