मंगलवार, 16 अप्रैल 2019

श्री बटुक भैरव साधना – श्री बटुक भैरव जी दुर्गा के पुत्र कहे जाते है !पहली पोस्ट में भैरव चरित्र्म में मैंने बटुक भैरव की उतपति के वारे विस्तार पूर्वक बायता था ! जहां श्री बटुक भैरव की साधना पोस्ट कर रहा हु ! बटुक भैरव जी साधक की हर साधना में रक्षा करते है और इस आज के भय म्ये वातावर्ण में भी साधक के साथ साये की तरह रहते हुये उसे पूर्ण सुरक्षा देते है !इस लिए यह आज के युग में भय मुक्त जीवन के लिए अवशक साधना है ! भैरव जी दरिद्रता विनाशक है अंत साधक की दरिद्रता को दूर करते हुये उसे पूर्ण वैवभ युक्त जीवन प्रदान करते है ! व्ही उसे अन्य रोगो से भी बचाते है ! इस लिए इस साधना से सभी साधको को लाभ उठाना चाहिए ! विधि – इस साधना को किसी भी मंगल वार जा मंगल वर पड़ने वाली अष्टमी को करना बेहतर है ! इस के लिए पहले से श्री बटुक भैरव यंत्र व मूँगे की जा हकीक की माला गुरुधाम से मँगवा ले हकीक माला काले हकीक की ले सकते है और साधक को लाल वस्त्र जा काले वस्त्र धारण कर दक्षिण दिशा की और मुख कर बैठना है सहमने श्री बटुक भैरव जी का चित्र फ्रेम करा के रख ले एक बेजोट पे लाल रंग का वस्त्र विषा कर चित्र के साहमने ही एक पलेट में स्वास्तिक बना कर श्री बटुक भैरव यंत्र की साथपन करे और गुरु चित्र भी पास में रखे पहले गुरु पूजन कर आज्ञा ले और संकल्प करे की मैं अपने मन के भय से मुक्ति पाते हुये पूर्ण सिमृद्धि पूर्ण जीवन प्राप्ति के लिए यह साधना करना चाहता हु ! हे सद्गुरुदेव मुझे साधना में पूर्णा दे ! और यंत्र का पूजन सिंदूर लाल फूल से करे पंचो उपचार पूजन कर सकते है भोग के लिए लड्डू स्मर्पित करे ! यंत्र के पास ही थोरे ऊरद की ढेरी लगा के उस ऊपर तेल का दिया लगा दे दिये का भी पूजन करे और फिर गुरु मंत्र का दो माला मंत्र जप करे और निम्न श्री बटुक भैरव जी के मूल मंत्र का 11 माला जाप करे ऐसा 21 दिन करे इस से भैरव जी प्रतक्ष दर्शन जा बिबात्मक दर्शन देंगे हर मंगल वर को भोग किसी कुते को खिला दे और नया भोग रख दे ! मंत्र – ॐ ह्रीं वां बटुकाये क्ष्रौं क्ष्रौं आपदुद्धाराणाये कुरु कुरु बटुकाये ह्रीं बटुकाये स्वाहा !! इस तरह इस मूल मंत्र के जप के बाद श्री बटुक भैरव- अपराध – क्षमापन स्तोत्र का पाठ करे ! कोई भी भैरव साधना जा दुर्गा शप्तशती के पाठ के बाद जदी क्षमापन स्तोत्र का पाठ कर लिया जाए तो सिद्धि का फल अवश्य मिलता है ! इस साधना को शाम 7 से 10 वजे के बीच कभी भी कर सकते है

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