Tuesday, 16 April 2019

कौन सा यन्त्र किसके लिये प्रत्येक यन्त्र व्यक्ति के लिए उपयोगी एवं लाभदायक नहीं होते हैं। 1. कुबेर यन्त्र उन व्यक्तियों को कदापि धारण नहीं करना चाहिए। जिसका जन्म धनिष्ठा, अश्लेषा, अश्विनी एवं विशाखा नक्षत्र में हुआ हो तथा जिसके दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में अर्ध चाप बना हो। 2. लक्ष्मी यन्त्र रेवती, मूल, चित्रा, अनुराधा एवं शतभिषा इन पांच नक्षत्र वालों के लिए ही है। जिनके दाहिने हाथ की मध्यमा ऊँगली में चक्र रेखा पड़ी हो. ज्येष्ठा, मघा, हस्त एवं उत्तराषाढ़ा नक्षत्र वालो को कदापि यह यन्त्र धारण नहीं करना चाहिए. हानि एवं कष्ट होगा। 3. शाबर यन्त्र पूर्वाषाढ़ा, उत्तरभाद्रपद, स्वाति, श्रवण एवं भरणी नक्षत्र वाले व्यक्ति तथा जिसके दाहिने हाथ की किसी भी ऊँगली में गदा का निशान हो उन्हें नहीं धारण करना चाहिए। इनके लिए वैतालिक यन्त्र ही लाभ प्रद होगा। 4. कात्यायनी यन्त्र कृतिका, रोहिणी, मृग शिरा, एवं आर्द्रा नक्षत्र वाले तथा जिनके दाहिने हाथ की किसी भी ऊँगली में चक्र का निशान पडा हो वह धारण नहीं कर सकता। उनके लिए इस यन्त्र के स्थान पर भद्र यन्त्र उपयोगी होता है। 5. विचूलिका यन्त्र केवल रोहिणी, पुनर्वसु, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरभाद्र पद एवं जिनके दाहिने हाथ की किसी भी ऊँगली में शंख का निशान पडा हो वह धारण कर सकता है। इससे उन्हें बहुत ही लाभ होता है। 6. जिस व्यक्ति के दाहिने हाथ की एक उंगली में चक्र तथा दूसरी किसी भी ऊँगली में रेखाएं कटी हो उन्हें कोई भी यन्त्र धारण नहीं करना चाहिए. विशेष रूप से आर्द्रा, विशाखा, ज्येष्ठा एवं पुष्य नक्षत्र वाले व्यक्तियों को तो बिल्कुल ही नहीं धारण करना चाहिए। सीताराम जय वीर हनुमान ओं रां रामाय नम: आप अपनी जन्म कुंडली के दोष निवारण हेतू सटीक उपाय और एवं मंत्र साधनाएं संबंधित जानकारी के लिए सम्पर्क करे। श्री राम ज्योतिष सदन भारतीय वैदिक ज्योतिष एवं मंत्र यंत्र तंत्र परामर्शदाता दैवज्ञ पंडित आशु बहुगुणा मोबाइल नंबर 97 6092 4411 यही हमारा WhatsApp नंबर भी है। हमारी वैबसाईट है। www shriramjyotishsadan.com मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश

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