चौडिया मसाण मंत्र
श्री गणेशाय नमह , ॐ
नमो गुरु जी को आदेस, बैरागणि माता को आदेस : अंत पौन कु
आदेस, चंद
सुर्ज को आदेस ; प्रथमे
नाद बुद भैरों को आदेस , पिंगळी जटा को
आदेस.........
........ दाई
दुश्मन को बाण उखेल, भाट बामण को बाण उखेल : ठाडा
ठडसेरी को
बाण उखेल : मौनी तपेसी को बाण उखेल : छोटा बड़ा भाई की घात
उखेल : इतना बाण कु उखेली नी लायी तो भागीरथी
मूल को बासो नी पाई :......
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