Thursday, 26 September 2024

श्रीगणेश को प्रसन्न करने के कुछ तांत्रिक उपाय

 


श्रीगणेश को प्रसन्न करने के कुछ तांत्रिक उपाय
1- एक कांसे की थाली लें और उस पर चंदन से ऊँ गं गणपतयै नम: लिखें। इसके बाद इस थाली में पांच बूंदी के लड्डू रखें व समीप स्थित किसी गणेश मंदिर में दान कर आएं।
2- यंत्र शास्त्र के अनुसार गणेश यंत्र बहुत ही चमत्कारी यंत्र है। घर में इसकी स्थापना बुधवार, चतुर्थी या किसी शुभ मुहूर्त में करने से बहुत लाभ होता है।
3- सुबह स्नान अदि करने के बाद समीप स्थित किसी गणेश मंदिर जाएं और भगवान श्रीगणेश को 21 गुड़ की ढेली के साथ दूर्वा रखकर चढ़ाएं।
4- बुधवार या चतुर्थी तिथि के दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान श्रीगणेश को शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं। थोड़ी देर बाद घी व गुड़ गाय को खिला दें। ये उपाय करने से धन संबंधी समस्या का निदान हो जाता है।
5- चतुर्थी के दिन भगवान श्रीगणेश का अभिषेक करने से विशेष लाभ होता है। यह अभिषेक शुद्ध पानी से करें। साथ में गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ भी करें। बाद में मावे का लड्डुओं का भोग लगाकर सभी में बांट दें।
6- इस दिन किसी गणेश मंदिर जाएं और दर्शन करने के बाद नि:शक्तों को यथासंभव दान करें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और भगवान श्रीगणेश भी अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं।
7- चतुर्थी के दिन सुबह उठकर नित्य कर्म करने के बाद पीले रंग के श्रीगणेश भगवान की पूजा करें। पूजन में श्रीगणेश को हल्दी की पांच गठान श्री गणाधिपतये नम: मंत्र का उच्चारण करते हुए चढ़ाएं इसके बाद 108 दूर्वा पर गीली हल्दी लगाकर श्री गजवकत्रम नमो नम: का जप करके चढ़ाएं।
8- यदि किसी कन्या का विवाह नहीं हो पा रहा है तो वह कन्या आज विवाह की कामना से भगवान श्रीगणेश को मालपुए का भोग लगाए तो शीघ्र ही उसका विवाह हो जाता है।
यदि किसी युवक के विवाह में परेशानियां आ रही हैं तो वह भगवान श्रीगणेश को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाएं तो उसका विवाह भी जल्दी हो जाता है।
9- चतुर्थी के दिन दूर्वा (एक प्रकार की घास) के गणेश बनाकर उसका पूजा करना बहुत ही शुभ होता है। श्रीगणेश की प्रसन्नता के उन्हें मोदक, गुड़, फल, मावा-मिïष्ठान आदि अर्पण करें। ऐसा करने से भगवान गणेश सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
10- अगर आपके जीवन में बहुत परेशानियां हैं और कम नहीं हो रही हंै तो आप चतुर्थी के दिन किसी हाथी को हरा चारा खिलाएं और गणेश मंदिर जाकर भगवान श्रीगणेश से परेशानियों का निदान करने के लिए प्रार्थना करें। इससे आपके जीवन की परेशानियां कुछ ही दिनों में दूर हो जाएंगी।
11- चतुर्थी के दिन घर में श्वेतार्क गणपति (सफेद आंकडे की जड़ से बनी गणपति) की स्थापना करने से सभी प्रकार की तंत्र शक्ति का नाश हो जाता है व ऊपरी हवा का असर भी नहीं होता।

 

श्रीराम ज्योतिष सदन पंडित आशु बहुगुणा

 मोबाईल नं- और व्हाट्सएप नंबर है।-9760924411

 -https://shriramjyotishsadan.in/

 

Sunday, 22 September 2024

प्रतियोगिता परीक्षा में निश्चित सफलता के लिए करें

 


 

 

प्रतियोगिता परीक्षा में निश्चित सफलता के लिए करें

देवी बगलामुखी के मन्त्रों का जाप

अगर किसी छात्र को बहुत मेहनत के बाद भी इंटरव्यू या प्रतियोगिता परीक्षा में मनचाहा रिजल्ट नहीं मिल पा रहा हो तो देवी बगलामुखी के इस मन्त्र का नियमपूर्वक जाप कर लाभ पा सकते हैं

ॐ ह्रींह्रींह्रींबगामुखीदेव्यैह्लींसाफल्यंदेहिदेहि स्वाहा:”

जाप पूर्व दिशा मुख करके पीले आसन पर बैठकर देवी को पीले रंग का भोग लगाकर और देवी के सामने तिल के तेल का दीपक जलाकर हल्दी की माला से रोज़ रात्रि में कम से कम पांच माला की जाप ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए , मांस - मदिरा का त्याग करके जप करना चाहिए

मन्त्र किसी बगलामुखी साधक से प्राप्त कर ही जपना चाहिए चूँकि यह एक उग्र शक्ति की देवी है.

क्या आप भी ऐसी ही किसी अदृश्य शक्तियों के तांडव से परेशान है. ?

 

 

 


क्या आप भी ऐसी ही किसी अदृश्य शक्तियों के तांडव से परेशान है. ?

कभी कभी कुछ लोगों को अहसास होता है कि उनके आस पास कोई और भी है ,पर नजरें घुमाने पर कोई दिखाई नहीं देता ।कभी अकेले कमरे या एकांत में महसूस होता है कि कमरे में आपके अलावा भी कोई है जबकि वास्तव में सशरीर केवल आप वहां होते हैं ।ऐसा कभी एकाध बार तो बहुतों को महसूस होता है ,किंतु कुछ लोगों को बार बार या कई बार ऐसा महसूस होता है ।जिन्हें बार बार ऐसा महसूस होता है उसे कोई न कोई कमी या समस्या भी परेशान करती है ,चाहे घर परिवार की हो ,कमाई धंधे की हो ,सन्तान की हो ,स्वास्थ्य की हो या किसी और प्रकार की ।एकाध बार की अनुभूति तो भ्रम से भी हो सकती है ,किंतु बार बार का महसूस होना भ्रम नहीं होता ।इसके अपने कारण होते हैं ।

ऐसी अनुभूतियां सामान्य नकारात्मक शक्तियों जो घर परिवार के आस पास होती है उनके कारण होती हैं

यदि ऐसा महसूस हो तो बजाय खुद कोई उपाय करने के किसी अच्छे उच्च शक्ति के साधक ,तांत्रिक से सम्पर्क करना चाहिए ।खुद के छोटे मोटे उपाय ,पूजा जप आदि किसी शक्ति को छेड़कर छोड़ देने जैसे हो जाते हैं ,जिससे वह और अधिक उग्र हो क्षति की या प्रभावित करने कीकोशिश करता है ।अतः खूब सोच समझकर योग्य साधक के मार्गदर्शन में ही उपाय करने और करवाने चाहिए

घोर दरिद्रतादूर होती है मां पीताम्बरा के इस मन्त्र से

 

 


घोर दरिद्रतादूर होती है मां पीताम्बरा के इस मन्त्र से

" ॐ श्रींह्रींऐं भगवती बगले में श्रियंदेहि-देहि स्वाहा "

मां बगलामुखी के इस मंत्र का जप करने से साधक अगर गरीबी से जूझ रहा हो तो धन आने के मार्ग खुलते हैं और काम में सफलता मिलनी शुरू हो जाती है काम में आने वाले विध्न - बाधा दूर होने लगते हैं .

मंत्र जप करते समय मां बगलामुखी का सिद्धि यंत्र ( बगलामुखी के किसी सिद्ध साधक से सिद्ध करवाकर ) को सामने रखकर जाप करने से मन्त्र का प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।

माँ पीताम्बरा के किसी भी मन्त्र का जप किसी भी उद्धेश्य से करने से पहले इनके एकाक्षरमन्त्र का कम से कम एक लाख जप अवश्य कर लेना चाहिए . माँ बगलामुखी के बीज मन्त्र का जप गुरु मुख से लेकर ही जप करें

दुर्गा सप्तशती पाठ विधि

  दुर्गा सप्तशती दुर्गा सप्तशती पाठ विधि पूजनकर्ता स्नान करके, आसन शुद्धि की क्रिया सम्पन्न करके, शुद्ध आसन पर बैठ जाएँ। माथे पर अपनी पसंद क...