Saturday 12 February 2022

अम्बिका माँ का स्वयं सिद्ध मन्त्र है।

अम्बिका माँ का स्वयं सिद्ध मन्त्र है।  
 मंत्र : ॐ आठ-भुजी अम्बिका,एक नाम ओंकार , खट्-दर्शन त्रिभुवन में, पाँच पण्डवा सात दीप , चार खूँट नौ खण्ड में, चन्दा सूरज दो प्रमाण , हाथ जोड़ विनती करूँ , मम करो कल्याण !!! 
जब आप यह स्वयं सिद्ध अम्बीका देवी के शाबर मंत्र की १ माला फेर ले तो इसे भी देवी माँ के बाएँ हाथ में समर्पित कर दें! बस आपकी पूजा समाप्त हुई! ऐसा कम से कम ४१ दिन करें! साधना लाभ: इस साधना के अनेकों लाभ हे जो आपको साधना करके पता चलेंगे! तब भी इस पूजा से आपको दुर्गा माँ की विशेष कृपा प्राप्त होती है! आपकी हर मनोकामना पूरी होती है! सुराक्षातमक शक्तियां प्राप्त होती है! समस्त परिस्थितियाँ अनुकूल हो जाती है!       नौकरी मिलती है। पदोन्नति होती है। धन का आवागमनहोता है। व्यापार ठीक चलता है। रोगी ठीक हो जाता है। विवाह भी शीघ्र ही होता है। अगर कोई स्त्री करे तो उसके सुहाग की रक्षा भी होती है! सभी कायॅ सिद्ध होते है। 

No comments:

दुर्गा सप्तशती पाठ विधि

  दुर्गा सप्तशती दुर्गा सप्तशती पाठ विधि पूजनकर्ता स्नान करके, आसन शुद्धि की क्रिया सम्पन्न करके, शुद्ध आसन पर बैठ जाएँ। माथे पर अपनी पसंद क...