Friday, 10 September 2021

गोमती चक्र का संशोधन और उसके प्रभाव शाली उपयोग

गोमती चक्र का संशोधन और उसके प्रभाव शाली उपयोग ....

यह  सम्पूर्ण भारतीय वैदिक ज्योतिष के आधार पर गोमती चक्र स्वयम सिध्ध है।

१)गोमती चक्र को पेशन्ट के बिस्तर पर रखने से जल्दी अच्छा होता है।

२)रविवार के दिन थोडा सिंदूर गोमती चक्र पर लगा के शत्रु का नाम लेकर नदी या तालाब में डालने से शत्रु पर प्रभाव रहेता है।

३)कोई भी काम क पूरा करने के लिये एक गोमती चक्र घर के दरवाजे की चोखट पे रखे उस को बाए पैर के निचे दबाके दाए पैर से बहार आने से काम में सफलता मिलती है।

४)एक गोमती चक्र को शुभ दिन गंगा जल में रखिये थोड़े समय बाद उस पर केसर लागाये और अगरबत्ती का धुप देकर आलमारी में रखने से पेसो की कमी दूर होती है।

५)सुफला एकादशी की रात को पांच गोमती चक्र की पूजा करके उस पर केसर का तिलक कर के साथ में शालिंग्राम की भी पूजा करने से धन लंबे समय तक टिकता है।

६)जिस वास्तु में अशुभ तत्व और भुत /प्रेत का वास हो या ऐसा शक हो तो दो गोमती चक्र लेके घर के बड़े व्यक्ति के सीर पर से सात बार उतार के उस को अग्नि में डाल दीजिए 

७)जिस वास्तु में बीमारी घर कर गई हो अनेक दवाई लेने से भी बीमारी दूर ना होती हो तो एक गोमती चक्र शुध्ध चांदी में बना के पेशन्ट के गले में बाँध ने से अच्छा रहेता है।

८)दो गोमती चक्र मुख्य द्वार पर ऐसे लगाये की ग्राहक उसके निचे से पसार हो व्यवसाय में सफलता मिलेगी 

९)कोर्ट -कचहरी में सफलता के लिये नम्बर २ वाला प्रयोग करे।

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