Saturday 8 February 2020

घर की सुख शान्ति के लिए चमत्कारी कर्पूर का प्रयोग


घर की सुख शान्ति के लिए चमत्कारी कर्पूर प्रयोग
आप रात्री मे भोजन के बाद थोङा कर्पूर पर थोङा शुध्द घी २ लौंग , थोङी सी धूनी की राल और गुगुल ङालकर अग्नि प्रज्वलित करें | ऐसा आप नित्य शयन कक्ष मे करें। ऐसा नित्य रात्री मे करने से निंद न आने की समस्या , ङरावने सपने आना , घर मे वाद विवाद होना , पितृ दोष से उत्पन्न कष्ट , घर की नकारात्मक ऊर्जा का दूर करने मे यह कर्पूर प्रयोग नित्य करने से लाभ होता है किसी प्रकार की आकस्मिक आने वाली आपदा से भी हमारी रक्षा करता है और भी बहुत से अनेक लाभ है।पति-पत्नी में लगाव बढ़ता है |कलह समाप्त होता है |किसी प्रकार के आभिचारिक कृत्य के प्रभाव में कमी आती है |
ओं रां रामाय नम:
आप अपनी जन्म कुंडली के दोष निवारण हेतू सटीक उपाय और
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श्री राम ज्योतिष सदन 
भारतीय वैदिक ज्योतिष एवं मंत्र यंत्र तंत्र परामर्शदाता 
दैवज्ञ पंडित आशु बहुगुणा मोबाइल नंबर 97 6092 4411 यही हमारा WhatsApp नंबर भी है।
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश

सुन्दरकाण्ड के विषय में कुछ रोचक जानकारी


सुन्दरकाण्ड के विषय में कुछ रोचक जानकारी,
सुन्दरकाण्ड का नित्यप्रति पाठ करना हर प्रकार से लाभ दायक होता है, इसकेअनंत लाभ है, इस पाठ को हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दीपक लगा करकरने से अधिक फल प्राप्त होता है, सुन्दरकाण्ड एक ऐसा पाठ है जो की हरप्रकार की बाधा और परेशानियों को खतम कर देने में पूर्णतः समर्थ है. आजकलके व्यस्तता भरे दिनचर्या में बहुत अधिक समय तक पूजा कर पाना हमेशा संभवनहीं होता, ऐसे में इस पाठ को आप पूरा पढ़ सके तो बहुत अच्छा है पर नहीं पढ़सकते या समय का आभाव है तो ऐसा करे के इसमें कुल ६० दोहे है, हर दिन १०दोहों का आप पाठ कर ले, ये आप मंगलवार से शुरू कर सकते है जो की रविवार तकखतम हो जायेगा, ऐसे आप बार बार कर सकते है पर इस चीज़ का विशेष ख्याल रखनाबहुत जरुरी है के आप जब तक पाठ करे न तो मांस मदिरा का सेवन करे न ही अपनेघर में मांस मदिरा लाये जब तक पाठ हो आपको ब्रह्मचर्य और सदाचार अपनानाहोगा अन्यथा दोष के भागी बनेंगे..

आइये जाने ज्योतिष के अनुसार सुन्दरकाण्ड का पाठ किसके लिए विशेष फलदाई मन जाता है-
ज्योतिष के अनुसार भी सुन्दरकाण्ड एक अचूक उपाय है ज्योतिषो के द्वाराउपाय के तौर पर अक्सर बताया जाता है, उन लोगो के लिए ये विशेष फलदाई होताहै जिनकी जन्म कुंडली में – मंगल नीच का है, पाप ग्रहों से पीड़ित है, पापग्रहों से युक्त है या उनकी दृष्टि से दूषित हो रहा है, मंगल में अगर बलबहुत कम हो, अगर जातक के शरीर में रक्त विकार हो, अगर आत्मविश्वास की बहुतकमी हो, अगर मंगल बहुत ही क्रूर हो तो भी ये पाठ आपको निश्चित रहत देगा.अगर लगन में राहू स्थित हो, लगन पर राहू या केतु की दृष्टि हो, लगन शनि यामंगल के दुष्प्रभावो से पीड़ित हो, मंगल अगर वक्री हो या गोचर में मंगल केभ्रमण से अगर कोई कष्ट आ रहे हो, शनि की सादे साती या ढैय्या से आप परेशानहो, इत्यादि….. इन सभी योगो में सुन्दरकाण्ड का पाठ अचूक फल दायक मानाजाता है…
सुन्दरकाण्ड के पाठ से बहुत सारे लाभ होते है उनमे से कुछ हम यहाँ बता रहे है -

१) इसका पाठ करने से विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलता है, ये आत्मविश्वासमें बढोतरी करता है और परीक्षा में अच्छे अंक लाने में मददगार होता है, बुद्धि कुशाग्र होती है, अगर बहुत छोटे बच्चे है तो उनके माता या पिता उनकेलिए इसका पाठ करे.
२) इसका पाठ मन को शांति और सुकून देता है मानसिक परेशानियों और व्याधियो से ये छुटकारा दिलवाने में कारगर है,
३) जिन लोगो को गृह कलेश की समस्या है इस पाठ से उनको विशेष फल मिलते है,
४) अगर घर का मुखिया इसका पाठ घर में रोज करता है तो घर का वातावरण अच्छा रहता है,
५) घर में या अपने आप में कोई भी नकारात्मक शक्ति को दूर करने का ये अचूक उपाय है,
६) अगर आप सुनसान जगह पर रहते है और किसी अनहोनी का डर लगा रहता हो तो उसस्थान या घर पर इसका रोज पाठ करने से हर प्रकार की बाधा से मुक्ति मिलती हैऔर आत्मबल बढ़ता है.
७) जिनको बुरे सपने आते हो रात को अनावश्यक डर लगता हो इसके पाठ निश्चित से आराम मिलेगा.
८) जो लोग क़र्ज़ से परेशान है उनको ये पाठ शांति भी देता है और क़र्ज़ मुक्ति में सहायक भी होता है,
९) जिस घर में बच्चे माँ पिता जी के संस्कार को भूल चुके हो, गलत संगत मेंलग गए हो और माँ पिता जी का अनादर करते हो वहा भी ये पाठ निश्चित लाभकारीहोता है.
१०) किसी भी प्रकार का मानसिक या शारीरिक रोग भले क्यों न हो इसका पाठ लाभकारी होता है.
११) भूत प्रेत की व्याधि भी इस पाठ को करने से स्वतः ही दूर हो जाती है.
१२) नौकरी में प्रमोशन में भी ये पाठ विशेष फलदाई होता है.
१३) घर का कोई भी सदस्य घर से बाहर हो आपको उसकी कोई जानकारी मिल पा रहीहो या न भी मिल पा रही हो तो भी आप अगर इसका पाठ करते है तो सम्बंधितव्यक्ति की निश्चित ही रक्षा होगी, और आपको चिंता से भी राहत मिलेगी.

और इसके अलावा ऐसे बहुत से लाभ है जो सुन्दरकाण्ड से मिलते है आप सभी इसपाठ का लाभ उठाये और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस करे, जीवन सार्थकबनाये इस पाठ के मदद से हर दिन को नए उत्साह से जिए और परेशानियों सेनिजात पाए..
ओं रां रामाय नम:
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मुजफ्फरनगर

भैरव जी की कृपा प्राप्ति हेतु एक दुर्लभ प्रयोग


भैरव जी की कृपा प्राप्ति हेतु एक दुर्लभ प्रयोग --

कुछ थोड़ी लॉन्ग-इलायची-सौंफ पीसकर एक सेर आटे में मिला ले ! पाव भर देशी खांड और ओउ उतना ही पानी मिला ले की जिससे आटा सुलभता से गुंथा जा सके ! इस गुंथे आटे से केवल एक ही रोटी बनानी है !

 जब रोटी बन जाये तो उसमे कुछ सरसों का तेल चुपड़ दे ! इस रोटी के ठीक बीच में सिंदूर का एक टीका लगाये ! टीके से कुछ दूरी पर रोटी का एक गोलाकार टुकड़ा काटे -[यानि गोल टुकड़े के बीच में टीका आना चाहिए] ! अब इस गोलाकार टुकड़े को भी बीच में से काटकर-[निम्बू की तरह] दो भाग बना ले , किन्तु ऐसा काटे की एक भाग में टीका पूरा आना चाहिए ! अब इन टुकडो को फिर से जोड़ -मिलाकर रोटी के बीच में रख दे ! अब भैरव मंदिर जाकर भगवान को धूप-दीप दे ! रोटी के सभी भागो को भगवान के भोग हेतु अर्पित कीजिये और अपने किसी भी कार्य की सिद्धि हेतु प्रार्थना कीजिये ! अब टीका लगा हुवा टुकड़ा श्वान-[कुत्ता] को खिला दे , बचा हुवा आधा गोल टुकड़ा किसी कुए में फेंक दे ! शेष बची हुयी रोटी को भी टुकड़े करके श्वान को ही दे ,,, किन्तु एक टुकड़ा बचाकर अपने घर ले आये ! और घर में ही किसी सुरक्षित स्थान में रख दे ! इस क्रिया के फल स्वरूप प्रयोगकर्ता का असाध्य कार्य में सफलता सिद्ध होगी ! और उस पर भैरव जी की विशिष्ट कृपा बनी रहेगी ! प्रयोगकर्ता को चाहिए की अपने और अपने परिवार की प्रसन्नता -सुख समृद्धि हेतु ही ये प्रयोग करे ।

-किसी के अनिष्ट की कामना को ध्यान में कदापि भी न रखे ।।।
पंडित आशु बहुगुणा ज्योतिषी
मोबाइल--9760924411

सन्तान प्राप्ति के लिये श्री गणपति स्तोत्र करे।

सन्तान प्राप्ति के लिये ।
जो माता बहन समस्त प्रयत्नो के पश्चात भी संतान
सुख से वंचित है उनके लिए "संतान प्राप्ति गणपति स्तोत्र" बहुत
ही लाभदायक है. नि:संतान दंपति इसे अवश्य
आजमाये और श्री गणेशजी का आशिर्वाद
प्राप्त करे. आशा करते है की भगवान
श्री गणेशजी नि:संतान दंपति
की इच्छा पूर्ण करेगे.
स्तोत्र के अनुष्ठान की विधि:
- हर रोज प्रात: स्नान आदि से निवृत होकर गणेश
की प्रतिमा या तस्वीर के सामने पूर्व या
उत्तर की तरफ़ मुख रखकर स्वच्छ आसन पर बैठ
जाये. तत पश्चात गणेशजी का पंचोपचार विधि (चंदन,
पुष्प, धूप-दीप और नैवेध) द्वारा पूजन करे.फ़िर इस
स्तोत्र का ह्रदय से अनुष्ठान करे.
संतान प्राप्ति गणपति स्तोत्र :
" नमोस्तु गणनाथाय सिद्धिबुद्धि युताय च !
सर्व प्रदाय देवाय पुत्र वृद्धि प्रदाय च !!१!!
गुरुदराय गुरुवे गोप्त्त्रे गुह्या सिताय ते !
गोप्याय गोपिता शेष भुवनाथ चिदात्मने !!२!!
विश्वमूलाय भव्याय विश्वसृष्टि कराय ते !
नमो नमस्ते सत्याय सत्यपूर्णायशुन्डिने !!३!!
एक दन्ताय शुद्धाय सुमुबाय नमो नम: !
प्रपन्न जन पालाय प्रणातार्ति विनाशने !!४!!
शरणं भय देवेश सन्तति सुद्रढां कुरु !
भविष्यन्ति च ये पुत्रा मत्कुले गणनायक !!५!!
ते सर्वे तव पूजार्थ निरता: स्युर्वरोमत: !
पुत्र प्रदमिंद स्तोत्रं सर्व सिद्धि प्रदायकम !!६!! "
उपर्युक्त 'संतान प्राप्ति गणपति स्तोत्र' का भक्तिपूर्वक नित्य
पाठ करने से संतान प्राप्ति होती है पति-पत्नि को साथ
बैठकर इस स्तोत्र का प्रतिदिन अनुष्ठान करना चाहिये अथवा इस
स्तोत्र का प्रार्थना के रुप में भी पाठ किया जाये तो
भी फ़लदायी सिद्ध होगा.
ओं रां रामाय नम:
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हमारी ईमेल है।--shriramjyotishsadan16@Gmail. com
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मुजफ्फरनगर उत्तर

सिद्द शाबर वशीकरण मंत्र प्रयोग

सिद्द शाबर वशीकरण मंत्र

एक नमक रमता माता
दूसरा नमक विरह से आता
तीसरा नमक ओरी बोरी
चोथा नमक रहे कर जोरी
यहाँ नमक 1----------- खाए
२--------को छोड़ दूसरा नहीं जाए
दुहाई पीर औलिया की
जो कहे सो सुने जो मांगे सो देय
दुहाई गौरा पार्वती की
दुहाई कामाख्या देवी की
दुहाई गुरु गोरखनाथ की |

थोडा सा नामक लेकर इस मन्त्र का २१ बार पाठ करके किसी खाने पिने की वस्तु में मिलाकर देने से वाशिकर्ण हो जाता है
१ जाहा लिखा है वंहा जिसको खिलाना हो उसका नाम बोले
२ जंहा लिखा है वंहा अपना नाम बोले 19.... सिद्द शाबर वशीकरण मंत्र

एक नमक रमता माता
दूसरा नमक विरह से आता
तीसरा नमक ओरी बोरी
चोथा नमक रहे कर जोरी
यहाँ नमक 1----------- खाए
२--------को छोड़ दूसरा नहीं जाए
दुहाई पीर औलिया की
जो कहे सो सुने जो मांगे सो देय
दुहाई गौरा पार्वती की
दुहाई कामाख्या देवी की 
दुहाई गुरु गोरखनाथ की |

थोडा सा नामक लेकर इस मन्त्र का २१ बार पाठ करके किसी खाने पिने की वस्तु में मिलाकर देने से वाशिकर्ण हो जाता है 
१ जाहा लिखा है वंहा जिसको खिलाना हो उसका नाम बोले
२ जंहा लिखा है वंहा अपना नाम बोले ।
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कालसर्प दोष को भंग करने के लिए दैनिक छोटे छोटे उपाय करे ।

कालसर्प दोष भंग के लिए दैनिक छोटे छोटे उपाय
1 108 राहु यंत्रों को जल में प्रवाहित करें।
2 सवा महीने जौ के दाने पक्षियों को खिलाएं।
3 शुभ मुहूर्त में मुख्य द्वार पर अष्टधातु या चांदी का स्वस्तिक लगाएं और उसके दोनों ओर धातु निर्मित नाग.।
4 अमावस्या के दिन पितरों को शान्त कराने हेतु दान आदि करें तथा कालसर्प योग शान्ति पाठ कराये।
5 शुभ मुहूर्त में नागपाश यंत्रा अभिमंत्रित कर धारण करें और शयन कक्ष में बेडशीट व पर्दे लाल रंग के प्रयोग में लायें।
6. हनुमान चालीसा का 108 बार पाठ करें और मंगलवार के दिन हनुमान पर सिंदूर, चमेली का तेल व बताशा चढ़ाएं।.
7 शनिवार को पीपल पर शिवलिंग चढ़ाये व मंत्र जाप करें (ग्यारह शनिवार )
8 सवा महीने देवदारु, सरसों तथा लोहवान - इन तीनों को जल में उबालकर उस जल से स्नान करें।
9 काल सर्प दोष निवारण यंत्रा घर में स्थापित करके उसकी नित्य प्रति पूजा करें ।
10 सोमवार को शिव मंदिर में चांदी के नाग की पूजा करें, पितरों का स्मरण करें तथा श्रध्दापूर्वक बहते पानी में नागदेवता का विसर्जन करें।
11 श्रावण मास में 30 दिनों तक महादेव का अभिषेक करें।
12 प्रत्येक सोमवार को दही से भगवान शंकर पर - हर हर महादेव' कहते हुए अभिषेक करें। हर रोज श्रावण के महिने में करें।
13. सरल उपाय- कालसर्प योग वाला युवा श्रावण मास में प्रतिदिन रूद्र-अभिषेक कराए एवं महामृत्युंजय मंत्र की एक माला रोज करें।
14 यदि रोजगार में तकलीफ आ रही है अथवा रोजगार प्राप्त नहीं हो रहा है तो पलाश के फूल गोमूत्र में डूबाकर उसको बारीक करें। फिर छाँव में रखकर सुखाएँ। उसका चूर्ण बनाकर चंदन के पावडर में मिलाकर शिवलिंग पर त्रिपुण्ड बनाएँ। 41 दिन दिन में नौकरी अवश्य मिलेगी।.
15 शिवलिंग पर प्रतिदिन मीठा दूध उसी में भाँग डाल दें, फिर चढ़ाएँ इससे गुस्सा शांत होता है, साथ ही सफलता तेजी से मिलने लगती है।
16 किसी शुभ मुहूर्त में ओउम् नम: शिवाय' की 21 माला जाप करने के उपरांत शिवलिंग का गाय के दूध से अभिषेक करें और शिव को प्रिय बेलपत्रा आदि श्रध्दापूर्वक अर्पित करें। साथ ही तांबे का बना सर्प शिवलिंग पर समर्पित करें।
17 शत्रु से भय है तो चाँदी के अथवा ताँबे के सर्प बनाकर उनकी आँखों में सुरमा लगा दें, फिर शिवलिंग पर चढ़ा दें, भय दूर होगा व शत्रु का नाश होगा।
18 यदि पति-पत्नी या प्रेमी-प्रेमिका में क्लेश हो रहा हो, आपसी प्रेम की कमी हो रही हो तो भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या बालकृष्ण की मूर्ति जिसके सिर पर मोरपंखी मुकुट धारण हो घर में स्थापित करें एवं प्रतिदिन उनका पूजन करें एवं ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम: शिवाय का यथाशक्ति जाप करे। कालसर्प योग की शांति होगी।
19 किसी शुभ मुहूर्त में मसूर की दाल तीन बार गरीबों को दान करें।
20 किसी शुभ मुहूर्त में सूखे नारियल के फल को बहते जल में तीन बार प्रवाहित करें तथा किसी शुभ मुहूर्त में शनिवार के दिन बहते पानी में तीन बार कोयला भी प्रवाहित करें
21 मंगलवार एवं शनिवार को रामचरितमानस के सुंदरकाण्ड का 108 बार पाठ श्रध्दापूर्वक करें।
22 महामृत्युंजय कवच का नित्य पाठ करें और श्रावण महीने के हर सोमवार का व्रत रखते हुए शिव का रुद्राभिषेक करें।
23 मंगलवार एवं शनिवार को रामचरितमानस के सुंदरकाण्ड का 108 बार पाठ श्रध्दापूर्वक करें।
24 86 शनिवार का व्रत करें और राहु,केतु व शनि के साथ हनुमान की आराधना करें। शनिवार को श्री शनिदेव का तैलाभिषेक करें
25 नव नाग स्तोत्रा का एक वर्ष तक प्रतिदिन पाठ करें।
26 प्रत्येक बुधवार को काले वस्त्रों में उड़द या मूंग एक मुट्ठी डालकर, राहु का मंत्रा जप कर भिक्षाटन करने वाले को दे दें। यदि दान लेने वाला कोई नहीं मिले तो बहते पानी में उस अन्न हो प्रवाहित करें। 72 बुधवार तक करने से अवश्य लाभ मिलता है।
27 कालसर्प योग हो और जीवन में लगातार गंभीर बाधा आ रही हो तब किसी विद्वान ब्राह्मण से राहु और केतु के मंत्रों का जप कराया जाना चाहिए और उनकी सलाह से राहु और केतु की वस्तुओं का दान या तुलादान करना चाहिए।)-
28 शिव के ही अंश बटुक भैरव की आराधना से भी इस दोष से बचाव हो सकता है।
29 प्रथम पूज्य शिव पुत्र श्री गणेश को विघ्रहर्ता कहा जाता है। इसलिए कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए गणेश पूजा भी करनी चाहिए।
30-पुराणों में बताया गया है कि भगवान श्री कृष्ण ने कालिय नाग का मद चूर किया था। इसलिए इस दोष शांति के लिए श्री कृष्ण की आराधना भी श्रेष्ठ है।
31विद्यार्थीजन सरस्वती जी के बीज मंत्रों का एक वर्ष तक जाप करें और विधिवत उपासना करें।
32 एक वर्ष तक गणपति अथर्वशीर्ष का नित्य पाठ करें।
Mob no-9760924411

तंत्र बाधा निवारण साधना करें तंत्र से छुटकारा पाएं

तंत्र बाधा निवारण साधना करे तंत्र से छुटकारा पाएं
अक्सर देखा गया है की अपनी तरफ से सब कुछ सही करते हुए भी जीवन काफी अस्त-व्यस्त रहता है। हर वक़्त अशांति सी बनी रहती है। कुछ भी सही नहीं हो रहा होता है और इन सबके चलते जिंदगी काफी परेशानियोंभरी सी हो जाती है। बहुत से लोग इसके पीछे किसी दूसरे व्यक्ति के द्वारा किए जादू-टोटके व तंत्र-मंत्र साधना को जिम्मेदार मानते है। जो हर वक़्त आपको परेशान करते है। पर हम आपको आज तंत्र बाधा से जुड़े कई सारे निवारण बताने जा रहे है, तो अगर आपको कभी लगे की किसी शत्रु ने आप पर तंत्र विद्या का इस्तेमाल किया है तो नीचे बताए गए उपायों से आप अपनी सुरक्षा कर सकते है।

तंत्र बाधा निवारण साधना
साबर मंत्र:  ॐ नमो सूरज चंदा भोम बुध गुरु शुकर शनिदेव, सभी जन किरपा करो नित उठ करता सेव ! राहू केतु किरपा करो धरू आपका ध्यान, भैरो, चोसठ योगिनी, पीर, वीर हनुमान ! जती सती और सुरमा और बस्ती के देव, मनसा पूरी कीजिये रत्ती ना आवे खेव !!
 जिसका प्रयोग आप सोमवार की रात को करे। इस विधि को करने से पहले ये सारी सामग्री ले आए जैसे कि: एक नारियल (पानी वाला), 250 ग्राम माह साबुत  (काले उड़द साबुत), एक तांबे का पैसा, एक पाँच पैसे जो पहले चलते थे मतलब पंजी, पाँच मेखे (कीलें), एक डली गुड, 250 ग्राम चने की दाल जो घर में बनाते हैं, मौली (कलावा), सिन्दूर, सवा मीटर काला कपडा।  अब इन सारी चीज़ों को एक काले कपड़े के ऊपर रख ले जिसे आप ठीक सामने बिछाये। फिर नारियल पर मौली बांधकर उसके ऊपर सिंदूर लगा दे। बताए मंत्र के जप के लिए काले हकीक की माला भी ले।  इस साधना को शुरू करने से पहले आपको संकल्प लेना होता है कि मैं (अपना नाम ले), गोत्र बोले, गुरु स्वामी (गुरु का नाम बोले) जी का शिष्य अपने  जीवन में और घर में तंत्र बाधा के निवारण के हेतु यह प्रयोग कर रहा हूँ। हे गुरुदेव मुझे सफलता प्रदान करें।

संकल्प लेने के बाद आप पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर  मुख करे और नीचे आसन बिछाकर बैठ जाये फिर ऊपर बताए मंत्र का 108 बार जप करे। जप हो जाने के बाद कपड़े पर बिछाई उन सारी चीज़ों को उसी कपड़े मे ही गांठ लगा ने और उसे वहीँ पड़े रहने दे। अब मंगलवार के दिन उस सामाग्री को सभी घरवालों के सिर के ऊपर से घूमाकर बहती नदी की तरफ पीठ कर अपने सिर के ऊपर से उसे नदी मे फेक दे। फिर बिना किसीसे कुछ बोले घर आकार मुह धोकर अपने गुरु जी को धन्यवाद दे।

यह उपाय हर किये कराए को जड़ से समाप्त कर देगा।
Mob no---9760924411

https://youtu.be/XfpY7YI9CHc

https://youtu.be/XfpY7YI9CHc